(मीनाक्षी और रोहित का वह फोटो जिसे सुसाइड नोट में अखबारों में छपवाने के लिए लिखा गया है)
इंदौर. एक-दूजे से प्यार करने वाले मौसेरे भाई-बहन ने इंदौर के होटल में आकर खुदकुशी कर ली। दोनों पिछले 15 दिनों से परिवार से दूर थे। पुलिस उन्हें खोज रही थी। गुरुवार दोपहर दोनों के शव होटल के रूम में मिले। कमरे में 20 पेज का सुसाइड नोट मिला। इसमें 4 पन्ने रोहित ने 8 पन्ने मीनाक्षी ने और शेष 8 पेज दोनों ने मिलकर अपनी पूरी कहानी लिखी है।
पुलिस के मुताबिक हरदा के गांव चरवा के रहने वाला 19 वर्षीय रोहित पिता सोहन सिंह राजपूत और खंडवा के सुरगांव की 25 वर्षीय मीनाक्षी पिता महेंद्र सिंह मौर्य एक-दूसरे को भाई-बहन बताकर रेडिसन चौराहे के पास होटल स्काइ में रुके थे। खजराना टीआई सीबी सिंह ने बताया सुबह 12.30 बजे के करीब होटल स्काइ से फोन आया कि एक लड़का-लड़की रूम नंबर 202 में ठहरे हैं लेकिन दरवाजा नहीं खोल रहे। हमने दरवाजा तोड़ा तो दोनों पलंग के पास एक-दूसरे से लिपटे मृत पड़े थे। दोनों ने जहर खाकर खुदकुशी की है।
रोहित ने ये लिखा...
पापा के लिए - आप बहुत अच्छे हो। मेरा हर पल साथ दिया। मेरी वजह से आपको तकलीफ हुई है इसलिए मैं मर रहा हूं। आई लव यू पापा...
मां के लिए - रोज तुम्हारी फोटो देखता हूं। मेरी याद आए मां तो फोटो पास रख लेना। अब मैं तेरे सपनों में आऊंगा जैसे आता था कान्हा बनकर। रोना मत..।
भाई के लिए- राहुल तूने अपने आप से ज्यादा मुझे अच्छा समझा लेकिन मैं गलत निकल गया। परिवार को संभालना। मम्मी-पापा का ख्याल रखना। मेरे सारे कपड़े रख लेना इसमें तू मस्त लगेगा।
मीनाक्षी ने ये लिखा
पापा के लिए- मुझे पता है लोग क्या कहेंगे फिर भी पापा मुझे हो सके तो माफ करना। आप अपना ख्याल रखना, कमर दर्द की दवाई लेना और खाना समय पर खाना। आगे कुछ नहीं लिख सकती क्योंकि आपके लिए जो भी लिखूं कम है। सॉरी पापा..बाय।
मां के लिए- मम्मी आप बहुत काम करती हो और थक जाती हो। पापा से झगड़ा मत करना। आप दोनों का झगड़ा होता है तो मुझे बुरा लगता है। मम्मी मेरा सारा सामान अंजू को दे देना। आप सदा खुश रहना। आई लव यू मम्मी।
खुद के लिए- मैं जो बात लिख रही हूं शायद किसी को अच्छी न लगे। मैं अपनी मौसी के लड़के से प्यार करती हूं। ये बात घर वालों को बताती तो मुझे रोहित नहीं मिलता, इसीलिए बिना किसी के दबाव में जान दे रही हूं।
रोहित और मीनाक्षी नहीं (रोमी) है हम
20 पन्नों के सुसाइड नोट में रोहित और मीनाक्षी ने दोनों के नामों के आगे के दो अक्षरों को जोड़कर अपने प्यार का एक नाम रोमी रखा। इसे बताने के लिए दोनों ने सुसाइड नोट में दोनों की तस्वीरें लगाकर उसके आगे इस नाम को अलग-अलग फिर जोड़कर दर्शाया है, जैसे रोहित का रो और मीनाक्षी का मी। सुसाइड नोट में मुलाकात से लेकर खुदकुशी करने तक की पूरी कहानी बताई।
हमारी मुलाकात देवास में मौसी की लड़की की शादी में हुई थी। वहां दोनों ने एक दूसरे को अपने मोबाइल नंबर दिए फिर मैसेज भेजने लगे। मैंने मीनाक्षी को प्यार का इजहार किया तो उसने हां कर दी। 3 नवंबर को तीसरी मुलाकात हुई। इस बार 4 दिन साथ रहने का मौका मिला तो शादी का विचार बन गया। फिर रोजाना एक दूसरे को 100 से ज्यादा मैसेज करने लगे। 15 जून को मीनाक्षी बीए का फार्म भरने के लिए मूंदी से खंडवा आई और दोपहर 4.15 दोनों भाग निकले। यहां से भागकर हम इंदौर आए और एक होटल में 3 दिन ठहरे।
पुलिस को चकमा दे कर भागा
इंदौर आने के 8 दिन बाद किराए से कमरा लिया। गृहस्थी बसाने के लिए मैं बर्तन लेने बाजार निकला तो मीनाक्षी के भाई ने पकड़ लिया। वहां से मीनू का पता पूछा और मुझे मूंदी ले गए। वहां से फिर इंदौर लाए तो मैं उन्हें चंदननगर के राजनगर ले गया और वहां से चकमा देकर भाग निकला। इसके बाद हम दोनों साथ में मिले और होटल स्काइ में आ गए।
मरने से पहले खाई मिठाई और मनपसंद डिश
होटल स्काइ के संचालक दर्शन पारीख ने बताया दोनों मंगलवार रात करीब 1 बजे होटल आए थे। यहां मीनाक्षी ने रोहित को छोटा भाई बताकर उसकी परीक्षा दिलाने के लिए आने की जानकारी नोट करवाई थी। रात में दोनों होटल के बाहर हाथ पकड़कर घूमे और मनपसंद खाना (मस्का पनीर, जलेबी, मिल्क केक) खाया।
Comments
Post a Comment